हीरक भस्म
रोग निर्देश- हीरक भस्म(हीरा की भस्म, वज्र भस्म) रसायन और देह को दृढ़ बनाने वाली पौष्टिक, बलदायक और कामोत्तेजक है. यह वर्ण को सुन्दर करने वाली, सुखदायक तथा वात, पित्त, कुष्ठ, क्षय, भ्रम, कफ, सुजन, मोटापा, प्रमेह, भगन्दर और पांडू रोग नाशक है. कैंसर और एड्स जैसे रोगों में भी उपयोगी है.
मात्रा और सेवन विधि
2 mg से 5 mg तक रोगानुसार उचित अनुपान से या फिर वैद्य जी के निर्देश के अनुसार
पैकिंग – 100 mg
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