Composition- Shudh Sfatika, Haridra, Triphala churna, Ela, Gairik
रोग निर्देश- यह चूर्ण स्वप्नदोष और उसके उपद्रवों की अत्युत्तम औषधि है. पुराने से पुराना स्वप्नदोष इसके सेवन से अवश्य ठीक होता है. मूल्यवान औषधियों का सेवन कर निराश हो चुके रोगी भी इसके प्रयोग से स्वस्थ हो जाते हैं.
मात्रा और अनुपान- दो से तीन ग्राम तक सुबह-शाम ठन्डे पानी या ठण्डे दूध से. इसके साथ में स्वप्ना कैप्सूल का सेवन करने से शीघ्र लाभ होता है. अगर कब्ज़ हो तो पेट साफ़ करने के लिए रात में सोने से पहले एक स्पून ‘सुगम चूर्ण’ का सेवन करना चाहिए.
परहेज़- लालमिर्च, खटाई, मिठाई, कब्ज़कारक और उत्तेजक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.
Packing- 100 gram
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