यह अण्डवृद्धि या अंडकोष बढ़ने की असरदार दवा है. अंडकोष में पानी भरना, सुजन होना और आंत्रवृद्धि या हर्निया में इसका प्रयोग करना चाहिए. इस से गिल्टी, ग्लैंड और ग्रंथि वाले रोगों में भी फ़ायदा होता है. यह एक रसायन औषधि है. इस से नए रोगों में जल्दी फ़ायदा मिलता है.
वृद्धिवाधिका वटी की मात्रा और सेवन विधि – एक-एक गोली सुबह-शाम शहद, त्रिफला क्वाथ या हरीतकी क्वाथ से देना चाहिए.
Packing- 50 Gram
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