Composition- Arjun ki chhal, Asgandh, Pohkarmool
रोग निर्देश- ह्रदय रोगों की बेजोड़ औषधि है. यह चूर्ण हृदय के विभिन्न विकार यथा ह्रदय की धड़कन वृद्धि, ह्रदयशूल, ह्रदयदौर्बल्य, ह्रदय धमनी अवरोध(Heart Blockage) आदि में उपयोगी है. यह उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है.
मात्रा और अनुपान- एक से दो स्पून भोजन के बाद पानी से. विशेष लाभ के लिए दो स्पून ‘हृदयरोगान्तक चूर्ण’ को एक ग्लास दूध + आधा ग्लास पानी मिलाकर उबालें. जब सिर्फ़ दूध बचे तो छानकर ठण्डा होने पर सुबह-शाम पीना चाहिए.
इसके साथ में ‘हृदयरोगान्तक कैप्सूल’ लेने से विशेष लाभ होता है.
Packing- 50 gram
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