आयुर्वेद की यह मोस्ट पॉपुलर दवा है. यह कब्ज़ दूर करने वाली रसायन औषधि है. कब्ज़, सुजन, पांडू-कामला या जौंडिस, नेत्ररोग, प्रमेह, चर्मरोग और बवासीर जैसे रोगों में इस से अच्छा फ़ायदा मिलता है.
त्रिफला चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि – 3 से छह ग्राम तक सोने से पहले गर्म पानी या दूध से लेना चाहिए कब्ज़ के लिए. नेत्र रोगों में विषम मात्रा में घी और शहद से जबकि चर्मरोगों में शुद्ध गंधक या गन्धक रसायन और रस माणिक्य के साथ लेना चाहिए.
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